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23 Basis of judgment 1. The basis of judgment ① The Father examines whether the creatures honor His Son or not. यूहन्ना 3:18 जो उस पर विश्वास करता है, उस पर दण्ड की आज्ञा नहीं होती, परन्तु जो उस पर विश्वास नहीं करता, वह दोषी ठहराया जा चुका है; इसलिए कि उसने परमेश्‍वर के एकलौते पुत्र के नाम पर विश्वास नहीं किया। (यूह. 5:10) यूहन्ना 3:19 और दण्ड की आज्ञा का कारण यह है कि ज्योति जगत में आई है, और मनुष्यों ने अंधकार को .. 2024. 1. 27.
22 Messiah 1. Messiah Messiah(Hebrew)=Christ(Greek)='anointed one' The anointing was received by kings[1], priests[2], and prophets[3]. In other words, the anointing means receiving the mission as kings, priests, and phophets. To be anointed means to receive God the Holy Spirit[4]. (There may be an opinion that the Spirit of Yahweh in the Old Testament is God the Holy Spirit in the New testament, and that .. 2024. 1. 27.
21 Way of the Son, Feasts ① Feasts: The way of the Son A. Passover: Crucifixion निर्गमन 12:1 फिर यहोवा ने मिस्र देश में मूसा और हारून से कहा, † Egypt symbolizes the world, and the Israelites symbolize the saints. The land of Egypt also belongs to God, but now Satan is ruling it by using sinners.[1] God will raise up witnesses from among Israelites saved from Satan's reign to confirm Satan's judgment.[2] Therefore, the pe.. 2024. 1. 27.
20 Reality of the temple Ω The Temple symbol reality Bronze altar of burnt offering[1] ①The cross where the Son shed His blood[2] ②Hades[3] ③Baptism of fire[4] ④Where the saints burn their sins to follow the Lord[5] ⑤Bath[6] Bronze basin[7] Bronze sea[8] ①Words to wash away sins[9] ②Sea of glass[10] ③Baptism of water[11] ④Place to wash hands and feet[12] Tent curtains[13] Tent coverings[14] Cursed body that produces sin.. 2024. 1. 27.
19 Reality of the shadow 1. The reality of the shadow मत्ती 5:17 “यह न समझो, कि मैं व्यवस्था* या भविष्यद्वक्ताओं की शिक्षाओं को लोप करने आया हूँ, लोप करने नहीं, परन्तु पूरा करने आया हूँ। (रोम. 10:4) मत्ती 5:18 क्योंकि मैं तुम से सच कहता हूँ, कि जब तक आकाश और पृथ्वी टल न जाएँ, तब तक व्यवस्था से एक मात्रा या बिन्दु भी बिना पूरा हुए नहीं टलेगा। † The Son is the reality of the commandments spoken through the law or the prop.. 2024. 1. 27.
18 Fully God 1. Fully God ① The Son is the Word. यूहन्ना 1:1 आदि में* वचन था, और वचन परमेश्‍वर के साथ था, और वचन परमेश्‍वर था। यूहन्ना 1:2 यही आदि में परमेश्‍वर के साथ था। यूहन्ना 1:3 सब कुछ उसी के द्वारा उत्‍पन्‍न हुआ और जो कुछ उत्‍पन्‍न हुआ है, उसमें से कोई भी वस्तु उसके बिना उत्‍पन्‍न न हुई। † The Son is the Word. यूहन्ना 1:14 और वचन देहधारी हुआ; और अनुग्रह और सच्चाई से परिपूर्ण होकर हमारे बीच में डेरा कि.. 2024. 1. 27.
17 Firstborn 1. The Firstborn ① The Son is the Heir to the creation world. इब्रानियों 1:6 और जब पहलौठे को जगत में फिर लाता है, तो कहता है, “परमेश्‍वर के सब स्वर्गदूत उसे दण्डवत् करें।” (व्य. 32:43, 1 पत. 3:22) † The Son is God the Creator, equal to the Father.[1] The Son became the Firstborn over all creatures by revealing Himself to the creation world. Although He became a creature[2], the fact that the Son.. 2024. 1. 27.
16 Fully and truly human 1. Fully and Truly human ① God the Son put on weaknesses of human with sinful desires. मरकुस 14:33 और वह पतरस और याकूब और यूहन्ना को अपने साथ ले गया; और बहुत ही अधीर और व्याकुल होने लगा, मरकुस 14:34 और उनसे कहा, “मेरा मन बहुत उदास है, यहाँ तक कि मैं मरने पर हूँ: तुम यहाँ ठहरो और जागते रहो।” (भज. 42:5) † The Son felt the same anguish and despair that humans feel. लूका 1:35 स्वर्गदूत ने उसको उत्तर.. 2024. 1. 27.
15 Seed of the woman 1. The seed of the woman उत्पत्ति 3:15 और मैं तेरे और इस स्त्री के बीच में, और तेरे वंश और इसके वंश के बीच में बैर उत्‍पन्‍न करूँगा, वह तेरे सिर को कुचल डालेगा, और तू उसकी एड़ी को डसेगा।” ① He was conceived through God the Holy Spirit. लूका 1:34 मरियम ने स्वर्गदूत से कहा, “यह कैसे होगा? मैं तो पुरुष को जानती ही नहीं।” लूका 1:35 स्वर्गदूत ने उसको उत्तर दिया, “पवित्र आत्मा तुझ पर उतरेगा, और परमप्र.. 2024. 1. 27.